Log in

goodpods headphones icon

To access all our features

Open the Goodpods app
Close icon
भजन - कीर्तन - आरती - श्री हनुमान चालीसा

श्री हनुमान चालीसा

भजन - कीर्तन - आरती

04/11/17 • -1 min

plus icon
bookmark
Share icon
hanuman janmotsav ki bahut bahut badhai
Listen to
Hanuman Chalisa MP3
by Shri V N Shrivastav 'Bhola', family and friends
श्री राम जय राम जय जय दयालु ।
श्री राम जय राम जय जय कृपालु ॥
अतुलित बल धामं हेम शैलाभ देहम्‌ ।
दनुज वन कृषाणं ज्ञानिनां अग्रगणयम्‌ ।
सकल गुण निधानं वानराणामधीशम्‌ ।
रघुपति प्रियभक्तं वातजातं नमामि ॥
श्रीगुरु चरण सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि ।
वरनऊँ रघुवर विमल जसु, जो दायकु फल चारि ॥
बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरो पवन कुमार ।
बल बुद्धि विद्या देहु मोहिं, हरहु कलेश विकार ॥
हमारे रामजी से राम राम, कहियो जी हनुमान ,
कहियो जी हनुमान , कहियो जी हनुमान ॥
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर । जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ॥
राम दूत अतुलित बल धामा । अंजनिपुत्र पवन सुत नामा ॥
महावीर बिक्रम बजरंगी । कुमति निवार सुमिति के संगी ॥
कंचन वरन विराज सुवेसा । कानन कुंडल कुंचित केसा ॥
हाथ बज्र औ ध्वजा विराजै । काँधे मूँज जनेऊ साजै ॥
शंकर सुवन केसरीनंदन । तेज प्रताप महा जग बंदन ॥
विद्यावान गुनी अति चातुर । राम काज करिबे को आतुर ॥
प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया । राम लखन सीता मन बसिया ॥
हमारे रामजी से राम राम, कहियो जी हनुमान ,
कहियो जी हनुमान, कहियो जी हनुमान ॥
सूक्ष्म रूप धरि सियहि देखावा । बिकट रूप धरि लंक जरावा ॥
भीम रूप धरि असुर सँहारे । रामचंन्द्र के काज सँवारे ॥
लाय सजीवन लखन जियाये । श्री रघुबीर हरषि उर लाये ॥
रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई । तुम मम प्रिय भरत सम भाई ॥
सहस बदन तुम्हरो जस गावैं । अस कहि श्रीपति कंठ लगावैं ॥
सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा । नारद सारद सहित अहीसा ॥
जम कुबेर दिगपाल जहाँ ते । कबि कोबिद कहि सके कहाँ ते ॥
तुम उपकार सुग्रीवहिं कीन्हा । राम मिलाय राज पद दीन्हा ॥
हमारे रामजी से राम राम, कहियो जी हनुमान ,
कहियो जी हनुमान , कहियो जी हनुमान ॥
तुम्हरो मंत्र विभीषन माना । लंकेश्वर भये सब जग जाना ॥
जुग सहस्त्र जोजन पर भानू । लील्यो ताहि मधुर फल जानू ॥
प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं । जलधि लाँघि गये अचरज नाहीं ॥
दु्र्गम काज जगत के जेते । सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते ॥
राम दुआरे तुम रखवारे । होत न आज्ञा बिनु पैसारे ॥
सब सुख लहैं तुम्हारी सरना । तुम रच्छक काहू को डर ना ॥
आपन तेज सम्हारो आपै । तीनों लोक हाँक तें काँपै ॥
भूत पिसाच निकट नहिं आवै । महावीर जब नाम सुनावैं ॥
हमारे रामजी से राम राम, कहियो जी हनुमान ,
कहियो जी हनुमान , कहियो जी हनुमान ॥
नासै रोग हरै सब पीरा । जपत निरंतर हनुमत बीरा ॥
संकट तें हनुमान छुड़ावै । मन क्रम वचन ध्यान जो लावै ॥
सब पर राम तपस्वीं राजा । तिन के काज सकल तुम साजा ॥
और मनोरथ जो कोइ लावै । तासु अमित जीवन फल पावै ॥
चारों जुग परताप तुम्हारा । है परसिद्ध जगत उजियारा ॥
साधु संत के तुम रखबारे । असुर निकंदन राम दुलारे ॥
अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता । अस बर दीन जानकी माता ॥
राम रसायन तुम्हरे पासा । सदा रहो रघुपति के दासा ॥
हमारे रामजी से राम राम, कहियो जी हनुमान ,
कहियो जी हनुमान , कहियो जी हनुमान ॥
तुम्हरे भजन राम को पावै । जनम जनम के दुख बिसरावै ॥
अंत काल रघुबर पुर जाई । जहाँ जन्म हरि भक्त कहाई ॥
और देवता चित्त न धरई । हनुमत सेइ सर्ब सुख करई ॥
संकट कटै मिटै सब पीरा । जो सुमिरैं हनुमत बलबीरा ॥
जै जै जै हनुमान गोसाईं । कृपा करहु गुरू देव की नाईं ॥
जो शत बार पाठ कर कोई । छूटे बंदि महा सुख होई ॥
जो यह पढै हनुमान चलीसा । होय सिद्धि साखी गौरीसा ॥
तुलसीदास सदा हरि चेरा । कीजै नाथ हृदय मँह डेरा ॥
हमारे रामजी से राम राम, कहियो जी हनुमान ,
कहियो जी हनुमान , कहियो जी हनुमान ॥
पवनतनय संकट हरन, मंगल मूरति रुप ।
राम लखन सीता सहित, हृदय बसहु सुर भूप ॥
श्री राम जय राम जय जय राम ।
sing along video on youtube
https://www.youtube.com/watch?v=h1UayiWhhDA

04/11/17 • -1 min

plus icon
bookmark
Share icon

Generate a badge

Get a badge for your website that links back to this episode

Select type & size
Open dropdown icon
share badge image

<a href="https://goodpods.com/podcasts/%e0%a4%ad%e0%a4%9c%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a4%a4%e0%a4%a8-%e0%a4%86%e0%a4%b0%e0%a4%a4-415182/%e0%a4%b6%e0%a4%b0-%e0%a4%b9%e0%a4%a8%e0%a4%ae%e0%a4%a8-%e0%a4%9a%e0%a4%b2%e0%a4%b8-57735500"> <img src="https://storage.googleapis.com/goodpods-images-bucket/badges/generic-badge-1.svg" alt="listen to श्री हनुमान चालीसा on goodpods" style="width: 225px" /> </a>

Copy